
बिहार विधानसभा के नए स्पीकर पद के लिए बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने सोमवार को विधानसभा सचिवालय में अपना नामांकन दाखिल किया। महागठबंधन के पास केवल 35 विधायक होने की वजह से उन्होंने स्पीकर पद पर उम्मीदवार नहीं उतारा। इस तरह, डॉ. प्रेम कुमार का निर्विरोध चयन लगभग तय माना जा रहा है।
निर्वाचन की समयसीमा
स्पीकर पद के लिए नामांकन की अंतिम तिथि सोमवार शाम 3 बजे थी। अब मंगलवार तक उम्मीदवार अपना नाम वापस ले सकते हैं। इसी दिन विधानसभा में स्पीकर का औपचारिक निर्वाचन प्रोटेम स्पीकर नरेंद्र नारायण यादव की अध्यक्षता में होगा। एनडीए के भीतर यह सहमति बनी हुई थी कि स्पीकर पद भाजपा को मिलेगा, जबकि उप- स्पीकर का पद जदयू के खाते में जाएगा।
डॉ. प्रेम कुमार कौन हैं?
70 वर्षीय डॉ. प्रेम कुमार एमए, एलएलबी और PhD धारक हैं। उन्होंने 1990 में पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा और कांग्रेस प्रत्याशी जय कुमार पालित को हराकर अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की।

- विधायक प्रेम कुमार अत्यंत पिछड़ी जाति से आते हैं और गया टाउन विधानसभा क्षेत्र में उनका मजबूत पकड़ है।
- उन्होंने 35 साल से लगातार 9 बार विधायक के रूप में जीत हासिल की।
- पार्टी संगठन में उन्होंने कई अहम जिम्मेदारियों को संभाला है।
राजनीतिक महत्व
डॉ. प्रेम कुमार की लंबी सियासी पारी और निरंतर विधायक रहने का रिकॉर्ड उन्हें बिहार विधानसभा के स्पीकर के रूप में मजबूत उम्मीदवार बनाता है। उनका निर्विरोध चयन एनडीए और भाजपा के लिए राजनीतिक स्थिरता का संकेत माना जा रहा है।
